Multivitamin: 40 की उम्र के बाद  जरूरी हो जाते हैं ये मल्टीविटामिन  

उम्र के साथ शरीर में विटामिन, मिनिरल और कैल्शियम (Multivitamin) की डिफिशिएंसी होने लगती है जिसे सही खानपान और मल्टीविटामिन से ही पूरा किया जा सकता है

वास्तविकता तो यह है कि बढ़ती उम्र में शरीर का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. अक्सर 40 की उम्र के बाद कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं घेर लेती हैं. 

हड्डियों में दर्द, बाल झड़ना, चेहरे पर झुर्रियां, खून की कमी और जानें क्याक्या. साथ ही हमारे शरीर का एनर्जी लेवल भी कम हो जाता है. इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है .

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 40 की उम्र के बाद क्यों जरूरी हो जाते हैं ये Multivitamin ?

 40 की उम्र के बाद क्यों जरूरी हो जाते हैं ये Multivitamin ? 

After 40– कहा जाता है एज इज जस्ट नंबर (Age is just a number). लेकिन वास्तविकता तो यह है कि बढ़ती उम्र में शरीर का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. अक्सर 40 की उम्र के बाद कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं घेर लेती हैं. 

Multivitamin का सेवन :

हड्डियों में दर्द, बाल झड़ना, चेहरे पर ​झुर्रियां, खून की कमी और जानें क्या-क्या. साथ ही हमारे शरीर का एनर्जी लेवल भी कम हो जाता है. इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि 40 के बाद ( Multivitamin) मल्टीविटामिन का सेवन शुरू किया जाए. 

महिलाएं हो या पुरुष वर्तमान में सभी अपनी हेल्थ और फिटनेस को लेकर सजग हो गए हैं लेकिन

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कई बार हजार कोशिशें करने के बावजूद आपको शरीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. 

इसका मुख्य कारण है शरीर में विटामिन और मिनिरल्स की कमी. उम्र के साथ शरीर में विटामिन, मिनिरल और कैल्शियम की डिफिशिएंसी होने लगती है जिसे सही खान-पान और (Multivitamin) मल्टीविटामिन से ही पूरा किया जा सकता है. 

विटामिन बी 12 है जरूरी 

प्रिवेंशन के अनुसारजहां आप 40 के हुए, आपके शरीर मेंविटामिन बी12कम होना शुरू हो जाता है. विटामिन बी-12 आपके ब्लड और ब्रेन के लिए बहुत जरूरी है. 

इसकी पूर्ति आप मीट, फिश, चिकन, डेयरी प्रोडक्ट और अंडे से कर सकते हैं. विटामिन बी-12 का सेवन आप नियमित रूप से नाश्ते में करें ताकि पूरा दिन शरीर में एनर्जी बनी रहे. 

कैल्शियम की कमी को करे पूरा

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(Multivitamin) मल्टीविटामिन शरीर की सभी तरह की कमियों की आपूर्ति करते हैं. बढ़ती उम्र में आप जो कैल्शियम फ्रूट और दूध के माध्यम से लेते हैं वह शरीर की जरूरत ​को पूरा नहीं कर पाते. 

कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप टोफू, ब्रोकली, बादाम और पालक का प्रयोग कर सकते हैं. इन प्रोडक्ट्स को आप अपनी हर मील में शामिल करें. 

हार्ट हेल्थ को मेंटेन करे मैग्नीशियम 

40 के बाद अधिकतर लोगों में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है. मैग्नीशियम की कमी से ब्लड प्रेशर रेग्यूलेट होता है जिस वजह से हार्ट प्रॉब्लम का खतरा बढ़ जाता है. 

भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम लेने से हार्ट हेल्थ तो सुधरती ही है साथ ही डायबिटीज भी कंट्रोल में रहती है. शरीर में इसकी पूर्ति करने के लिए आप बीन्स, सोया, नट्स, सीड्स और अवाकार्डो का सेवन कर सकते हैं. 

बैटर कॉलेस्ट्रोल के लिए ओमेगा 3एस

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40 के बाद शरीर में कॉलेस्ट्रोल लेवल धीरेधीरे बढ़ना शुरू हो जाता है. साथ ही हार्ट प्रॉब्लम भी बढ़ जाती हैं. 

ऐसे में जरूरी है कि आप अपने हार्ट को हेल्दी रखने के लिए ओमेगा 3एस अपने खाने में शामिल करें. इसके लिए आप फिश, वॉलनट्स, फ्लैक्ससीड और पत्तेदार सब्जियों का सेवन बढ़ा दें.  

FAQ

मल्टीविटामिन कैल्शियम और विटामिन डी प्राप्त करने में मदद कर सकता है, जो हड्डियों को मजबूत रखने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने के लिए काम करता हैं। कैल्शियम हड्डियों की मजबूती और विटामिन डी हड्डियों को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
मल्टीविटामिन शरीर के लिए जरूरी विटामिंस एवं पोषक तत्वों की पूर्ति,शरीर को ऊर्जा, मांसपेशियों का तनाव दूर करने,बाल और त्वचा की रक्षा और तनाव को दूर करने में मदद मिलती है।
शरीर में विटामिंस की कमी हो जाए तो इससे डाइजेस्टिव सिस्टम बिगड़ सकता है , कई तरह के क्रोनिक डिजीज का सामना करना पड़ सकता है । पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए हर दिन एक मल्टीविटामिन लेना चाहिए।
रक्त परीक्षण विटामिन और खनिजों के स्तर को बता सकते हैं।
मल्टीविटामिन लेने का सर्वोत्तम समय सुबह भोजन के साथ हो जिससे इसका अवशोषण आसान हो सकें। और डॉक्टर की सलाह पर ध्यान देना चाहिए।

डिस्क्लेमर:

इस जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी प्रदान करना है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। कृपया ध्यान दें कि आयुर्वेदिक उपचार और औषधियाँ व्यक्ति की प्रकृति, स्थिति, और शारीरिक आवश्यकताओं के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। किसी भी नई चिकित्सा योजना या उपचार को शुरू करने से पहले, कृपया योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें। इस जानकारी का उपयोग स्व-उपचार के लिए न करें। इस जानकारी का पालन करते समय किसी भी प्रतिकूल प्रभाव या समस्या के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। 

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